जिस तरीके से भगवान शिव का की पूजा शिवलिंग रूप में की जाती है उसी प्रकार हिन्दू धर्म में भगवान विष्णु का भी एक ऐसा ही रूप है इसे Shaligram (शालिग्राम) कहा जाता है.
Shaligram भगवान श्री नारायण का साक्षात् और स्वयंभू स्वरुप माना जाता हैं। पुराणों के अनुसार त्रिदेव में से भगवान शिव और विष्णु दोनों ने ही जगत के कल्याण के लिए पार्थिव रूप धारण किया। जिस प्रकार नर्मदा नदी में निकलने वाले पत्थर नर्मदेश्वर या बाण लिंग साक्षात् शिव स्वरुप माने जाते हैं और उसी प्रकार नेपाल में गंडकी नदी के तल में पाए जाने वाले काले रंग के चिकने, अंडाकार पत्थर साक्षात् भगवान विष्णु का रूप माना गया है।